Mon Sep 30 13:06:22 UTC 2024: ## भारत का चालू खाता घाटा अप्रैल-जून तिमाही में बढ़ा
**नई दिल्ली**: भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने सोमवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश का चालू खाता घाटा (Current Account Deficit – CAD) अप्रैल-जून तिमाही में बढ़कर 9.7 अरब डॉलर यानी GDP का 1.1 प्रतिशत हो गया है। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की जून तिमाही में यह 8.9 अरब डॉलर यानी GDP का 1 प्रतिशत था।
आरबीआई ने इस बढ़ोतरी के पीछे माल व्यापार अंतर (Merchandise Trade Gap) में वृद्धि को जिम्मेदार बताया है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में माल व्यापार अंतर 65.1 अरब डॉलर रहा, जो पिछले साल की जून तिमाही में 56.7 अरब डॉलर था।
हालांकि, जून तिमाही में शुद्ध सेवा प्राप्तियां (Net Services Receipts) एक साल पहले के 35.1 अरब डॉलर से बढ़कर 39.7 अरब डॉलर हो गईं। कंप्यूटर सेवाएं, व्यावसायिक सेवाएं, यात्रा सेवाएं और परिवहन सेवाओं में वृद्धि देखी गई।
इसके बावजूद, जून तिमाही में शुद्ध विदेशी पोर्टफोलियो निवेश में गिरावट आई। यह एक साल पहले के 15.7 अरब डॉलर की तुलना में केवल 90 करोड़ डॉलर रहा।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में विदेशों से लिए गए वाणिज्यिक उधार (ECBs) के तहत नेट इनफ्लो 1.8 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले की अप्रैल-जून तिमाही में दर्ज 5.6 अरब डॉलर से कम था।
जून तिमाही में विदेशों में रह रहे भारतीयों की तरफ से भेजे गए पैसों में भी वृद्धि दर्ज की गई है। इस दौरान विदेश से भारत भेजे गए पैसे अप्रैल-जून 2023 के 27.1 अरब डॉलर से बढ़कर इस साल 29.5 अरब डॉलर हो गए।
आरबीआई ने कहा कि शुद्ध प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रवाह भी पिछली तिमाही में बढ़कर 6.3 अरब डॉलर हो गया जबकि पिछले साल यह 4.7 अरब डॉलर था।